Saturday, December 26, 2020

संस्कृति

 तुम बेफिजूल की बातें न करो

औरत हो, घर चलाओ।

हमारे परिधान हमारी संस्कृति हैं
ब्लाउज और साड़ी में जेबें नही होती।

उसने जबाब दिया - क्या दोगले इंसान हो
पैंट शर्ट तो जैसे सनातनी परिधान है।

अब उसके पास दो ही ऑप्शन हैं
या तो अपनी औरत को भी पैंट शर्ट दिला दे
या ब्लाउज में जेबें गढ़वा दे।

लेकिन उसकी औरत ने साफ कर दिया है-
हमारे परिधान हमारी संस्कृति हैं
ब्लाउज और साड़ी में जेबें नही होती।

जब से संस्कृति का ढोल बजना बंद है
जीवन दोनो का जैसे गीत, रुबाई छंद है।

~Rahul

Sunday, December 20, 2020

करमजली

 मत भूलो करमजली,

तुम एक factory हो

जिस से उत्पाद बनते हैं।

उत्पाद की गुडवत्ता ही 
factory की पहिचान है
सम्मान है, अभिमान है ।

दो बेटियों के बाद उसने
फिर से
एक और बेटी जन्मी।
उसकी सास खिन्न है-
आँखें बोलती हैं, करमजली।

एक नारी के लिए 
दूसरी नारी का सारा ममत्व व्यर्थ है।

जरुरत नही है ...

  मुझे अब तेरी जरुरत नहीं है तेरे प्यार की भी ख्वाहिश नहीं है कहानी थी एक जिसके किरदार तुम थे कहानी थी एक  जिसके किरदार हम थे अपना हिस्सा बख...