चल रे मन, चल…
सच्चे पथ,
झूठे जग से क्या लेना!
[Verse 1]
जो आया है जाना तय है
माटी का तन मिट जाना
चल रे मन, चल….
सच्चे पथ,
झूठे जग से क्या लेना!
[Verse 2]
धन-दौलत संग न जाए
काहे मन तू अभिमाना!
चल रे मन, चल….
सच्चे पथ,
झूठे जग से क्या लेना!
[Verse 3]
राम नाम ही सच्चा साथी,
बाकी सब है बेगाना!
चल रे मन, चल….
सच्चे पथ,
झूठे जग से क्या लेना!
[Verse 4]
झूठा तेरा मान है सारा,
एक दिन सब मिट जाना!
चल रे मन, चल…
सच्चे पथ,
झूठे जग से क्या लेना!
[verse 5]
पल दो पल का जीवन तेरा
कर ले सेवा रोजाना !
चल रे मन, चल…
सच्चे पथ,
झूठे जग से क्या लेना!
~Rahul Rajput
No comments:
Post a Comment