प्यार में तेरे ये क्या
होने लगा
पढ़ते पढ़ते खत तेरे
रोने लगा….
एक दिन पक जायेंगे
तू जान ले
रख दिये आवे में जो
तोने लगा….
प्यार बस निकला हमा
री जेब में
चोर जब इस जेब को
टोने लगा….
खेलते थे कांच की
हम गोलियां
एक के बदले में दो
चौने लगा…..
प्रेम करना है तो मन
को साफ कर
जब कहा उसने मैं मन
धोने लगा….
ऐसा लगता है कि सब
कुछ पा लिया
प्यार में तेरे मैं जब
खोने लगा ….
वे मुझे लेने सिरहा
ने आ गये
घोर चिर-निद्रा में जब
सोने लगा….
कर्म कर जो भी मगर
निष्काम कर
कर्म कर तू काम को
कोने लगा….
प्यार में तेरे ये क्या
होने लगा
पढ़ते पढ़ते खत तेरे
रोने लगा….
प्यार बस निकला हमा
री जेब में
चोर जब इस जेब को
टोने लगा….
ऐसा लगता है कि सब
कुछ पा लिया
प्यार में तेरे मैं जब
खोने लगा….
~Samar Singh
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