युग युग से तेरा नाम अटल है
जग का सत्य तू सम्बल है
पग पग पर पाली मर्यादा
धर्म निभाया सबसे ज्यादा
तेरे ही नाम से भौर खिले
तेरे ही नाम से शाम
सियावर ऐसे हैं प्रभु राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
युग युग से तेरी यश गाथा
देती जीवन की परिभाषा
शिक्षा पाई गुरु वशिष्ठ से,
शांति आयी ताड़का वध से,
तेरे ही काम से धर्म चले
है तू ही पूर्ण विराम
सियावर ऐसे हैं प्रभु राम,
राम सिया राम सिया राम जय जय राम।
शिव धनुष तोड़ स्वयंवर जीता
राम को पायीं जानकी सीता
मात-पिता की आज्ञा मानी,
राज छोड़ हुए वन गामी
सीता खोज में दिन भर भटके
धैर्य रखा हर शाम।
सियावर ऐसे हैं प्रभु राम,
राम सिया राम सिया राम जय जय राम।
मिल सुगरीव से संधि रचाई,
रावण से लंका छुड़वाई
राज विभीषण को दिलवाया,
कूटनीति का पाठ सिखाया
की हनुमान ने भक्ति अपार,
चरणों में पाया विश्राम।
सियावर हैं पुरुषोत्तम राम,
राम सिया राम सिया राम जय जय राम।
राम सिया राम सिया राम जय जय राम।
~Rahul Rajput
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