Thursday, February 20, 2025

कौन है वो ...

Background : Krishna is leaving Gokul for bigger purpose of life. She is sad and envy of him. She feels as if krishna does not love her anymore!

Radha:

तू ख्वाब में रोज मिलता है, 

राधा  तुम पे ही मरती है 

तेरी निगाहें जो देखूं मैं,

किसी और का इंतज़ार करती हैं॥


जो तेरे मन में बसा है कान्हा,

क्या वो राधा ही एक है अब भी?

जो तेरी रातों में जग रहा है,

क्या वो राधा ही नेक है अब भी?


जो मेरी नजरों से बच रहा है,

कहीं दूर जाकर बस रहा है।

सच बता दे, किसका है तू,

किसकी चाह में तड़प रहा है?


जो मेरी गलियों से दूर जाता,

जो मेरी राहों को भूल जाता।

जिसके गीतों में नाम है मेरा,

पर हर सुर में कोई और आता॥


अब ना पूछूँ कौन है वो,

अब ना रोकूँ प्यार तेरा।

बस एक बार कह दे कान्हा,

क्या मैं नहीं रही तेरी राधा 


Krishan :

कैसे कहूँ, ओ प्यारी राधे,

मन के भाव छुपे हैं आधे।

तेरी पीर तो जग ने जानी,

पर मेरी किसने पहचानी?


छोड़ चला मैं ब्रज की गलियाँ,

क्या मुझको छोड़ेंगी सखियाँ ?

तेरी प्यार भरी वो चितवन,

सदा खिलाती दिल में उपवन 


सखा, सहेली  गलियाँ प्यारी,

माँ यशोदा की ममता भारी।

मुझसे भी मोह कहाँ छूटता 

बस ये मैं.... तुझे नहीं बोलता 


क्रोध भी राधा सही है तेरा 

पर किस्मत में है जाना मेरा

मैं कब चाहता जाना दूर

पर धर्म के हेतु हूँ मजबूर 


छोड़ चला मैं ब्रज की गलियाँ,

भीगी हैं राधा की अंखियाँ।

कुछ भी कहूँगा, समझेगी नहीं,

राधा, मन व्यथित है मेरा भी ।


~Rahul Rajput @copyright

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