Saturday, February 1, 2025

*लड्डू गोपाल गीत*

 

(Verse 1 - स्वागत)
है अभिनन्दन, शत शत वंदन,
हे वासुनन्दन, आओ पधारो।
बंसी की तानों संग कान्हा,
उर आनंद अनंत उतारो ॥

(Verse 2 - जन्म का उल्लास)
नंद भवन में गूंजे बधाइयाँ,
पुरजन गावें गीत चौपाइयां 
सज गए द्वारे  चौक चौबारे
जय हो जय हो भाग हमारे!
सूरज दमके रजनी सुहाये 
धरती झूमे नभ मुस्काये
गोकुल आए कान्हा प्यारे  
जय  हो जय हो भाग हमारे!

बाल रूप शोभा अति प्यारी 
मन  भावन गूंजे किलकारी 
मात यशोदा नजर उतारे 
मन ही मन वो जाए निहारे 
जग के दाता पालनहारे 
जय  हो जय हो भाग हमारे!

(Chorus)
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सज गई गोकुल की गलियाँ सारी 
जन मन में खुशियों की फुलवारी 
गाएं बृजवासी मंगल गान 
कान्हा गोकुल की शान ...
सखियाँ झूला झुलावे
माखन का भोग लगावें 
यशोदा रखे सबका मान 
कान्हा गोकुल की शान...
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(Verse 3 - कान्हा की छवि)
ग्वालिन संग गोपाल भी आए,
ग्वाले नाचें और हर्षाए 
आरती सब स-मोद उतारें 
जय  हो जय हो भाग हमारे!

माथे मोर मुकुट अति शोभे,
एक दरस को नैनन  लोभे 
जन जन की आँखों के तारे 
जय  हो जय हो भाग हमारे!

गूंज उठी सब दसों दिशाएँ,
नर और नारी शुभ धुन गाएं
यशोदा माँ  के अंगना द्वारे 
बन बालक प्रभु आए हमारे
जीवन नैय्या जिनके सहारे 
जय  हो जय हो भाग हमारे!

(Chorus)
-------------------------
सज गई गोकुल की गलियाँ सारी 
जन मन में खुशियों की फुलवारी 
गाएं बृजवासी मंगल गान 
कान्हा गोकुल की शान ...
सखियाँ झूला झुलावे
माखन का भोग लगावें 
यशोदा रखे सबका मान 
कान्हा गोकुल की शान...
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~राहुल 

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