मुझे अब तेरी जरुरत नहीं है
तेरे प्यार की भी ख्वाहिश नहीं है
कहानी थी एक
जिसके किरदार तुम थे
कहानी थी एक
जिसके किरदार हम थे
अपना हिस्सा बखूबी तुमने निभाया
तेरे ही लिए मैंने भी गीत गाया !
बिना अंत के हर कहानी अधूरी
हमारी कहानी भी हुई आज पूरी
किरदारों का होता भविष्य ही है
कलाकारों का सच नेपथ्य ही है
कहानी ख़त्म,पर्दा ढल भी चुका है
स्क्रिप्ट का पन्ना जल भी चुका है
मुझे कोई तुझसे शिकायत नहीं है
दर्द-ए-जुदाई कोई क़यामत नहीं है !
~राहुल