ऊपर शिव है
नीचे शिव है
तेरे मेरे भीतर शिव है
आदि शिव है
अंत भी शिव है
हर संगीत की झन झन शिव है
【ऊँ नम: शम्भवाय, च शंकराय
मयस्कराय च नम: शिवाय...
ॐ नमः शिवाय...
जयति शिव नाम
शिव ही जप नाम...
महापापहारं, महादेव देवं
शशांकधारम, वह्नि नयनं,
त्रिनेत्राय, त्रियंबकाये, नमो नमाये
ॐ नमः शिवाय... 】
अथक नाचता तांडव जिसका
इस जग का वो करता धर्ता
जन्म मरण की पाली चलती
उसके डमरू की डम डम पर...
निरत बह रही उसकी सत्ता
वो ही सबकी नियति लिखता
भूत भविष की डोली उठती
उसके चरणों की धम धम पर...
सौम्या शिव है
रौद्र भी शिव है
तेरा मेरा भाग्य शिव है
जीवन शिव है
मरण भी शिव है
सम्पनता की खन खन शिव है
【ऊँ नम: शम्भवाय, च शंकराय
मयस्कराय च नम: शिवाय...
ॐ नमः शिवाय...
जयति शिव नाम
शिव ही जप नाम...
महापापहारं, महादेव देवं
शशांकधारम, वह्नि नयनं,
त्रिनेत्राय, त्रियंबकाये, नमो नमाये
ॐ नमः शिवाय... 】
ध्यान में रत महाध्यानी ऐसा
रुके समय भी, मांगे भिक्षा
रंग ऋतुयों की बारी लगती
उसके हृदय की धक धक पर...
सतत बह रही उसकी कृपा
वो ही रस्ता शव से शिव का
करम की करनी सारी छपती
उसके भवूत की कण कण पर...
शांति शिव है
क्रांति शिव है
तेरी मेरी भक्ति शिव है
जागृति शिव है
निंद्रा शिव है
सन्नाटों की सन्न सन्न शिव है
अथक नाचता तांडव जिसका
इस जग का वो करता धर्ता
जन्म मरण की पाली चलती
उसके डमरू की डम डम पर...
संहार झूलता महादेव का
वो जब भी आँखें खोलता
अमर तत्व की लाली मिलती
बम बम भोले की बम बम पर..
【त्रिनेत्राय, त्रियंबकाये, नमो नमाये
ॐ नमः शिवाय... 】
~राहुल राजपूत ©
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