Friday, September 27, 2024

मुक्तक

 

रिवायत को जो रियायत मिले 
दीन को भी नयी आयत मिले ||
हो गयी हैं पुरानी कई रीतियाँ 
जीस्त को राह-ए-हिदायत मिले ||

~Rahul

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