चाबी खो गयी है
मेरे घर की।
इसलिए,
चाबी वाले को बुलाया है
वो कहता है कि
उस्ताद आदमी है
हर ताले की चाबी तराश सकता है!
वो सिर्फ कहता ही नही,
बल्कि उसने तो अपने टूल बॉक्स पर भी
लिखवा रखा है- उस्ताद चाबियों का सरताज।
बाकई, तुम तो कलाकार आदमी हो
मैंने कहा, जब थोड़ी ही देर में
उसने मुझे डुप्लीकेट चाबी पकड़ाई।
उसका मेहनताना देते हुए
और मुस्कुराते हुए मैंने पूछा-
उस्ताद जी!
क्या किस्मत की चाबी भी तराशते हो?
हाँ साहब, वो भी तराश देंगे
उसने कहा
आप बस अपनी किस्मत का ताला ले आईये।
...राहुल राजपूत
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