my few days at my college ,i feel like...
वक़्त की रफ़्तार को काश मैं रोक पाता
तेरे साथ बिताया लम्हा, लम्हा ही रहता
पर गुजरे पल कैसे होंठो पर आते, गर
स्मृति दर्पण कोई चेहरा ही न देख पाता ?
[song opening] मेरी दुनिया राम तुम हो, मन मंदिर धाम तुम हो। मेरी दुनिया राम तुम हो, मन मंदिर धाम तुम हो। हो... सुनहरी भोर तुम संदली सी शा...
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