बस कुछ अंक ही बदलते हैं
बाकी सब बैसा ही रहता है
जैसा कल था या कल होगा
अंको के बदलाव में लेकिन
इतनी ताकत होती है, कि
जहाँ पिछले साल रश्मि ने
रवि को गले लगाया था तो
इस बार मंगल को !
इंसानी रिश्ते भी एसे हि
शायद, बनते बिगड़ते हैं
समय की चाल के आगे...
रश्मि के हर रिश्ते को दुनिया
अपनाती है जश्न के साथ
लेकिन तेरे हर नए रिश्ते को
शायद ऐसा मुमकिन नहीं
इसलिए पुराने रिश्तो को बचा के रखिये
और नए समझदारी से चुनिए....
बाकी सब बैसा ही रहता है
जैसा कल था या कल होगा
अंको के बदलाव में लेकिन
इतनी ताकत होती है, कि
जहाँ पिछले साल रश्मि ने
रवि को गले लगाया था तो
इस बार मंगल को !
इंसानी रिश्ते भी एसे हि
शायद, बनते बिगड़ते हैं
समय की चाल के आगे...
रश्मि के हर रिश्ते को दुनिया
अपनाती है जश्न के साथ
लेकिन तेरे हर नए रिश्ते को
शायद ऐसा मुमकिन नहीं
इसलिए पुराने रिश्तो को बचा के रखिये
और नए समझदारी से चुनिए....
@ 1 January, 2013