Tuesday, May 13, 2025

मेरी दुनिया राम तुम हो

 [song opening]

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।

हो...

सुनहरी भोर तुम 

संदली सी शाम तुम हो 

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।


[verse  1]

तुझसे ही तो मैं हूँ 

तुझसे ये जहाँ है

जो संकट से बचाये 

वो ढाल तुम हो 

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो

[music break]

इस जगत का मान तुम हो 

मेरी भी पहचान तुम हो 

जो ह्रदय में खिल रहा है 

वो कुसुम 

दिनमान तुम हो, 

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।


[verse  2]

कण कण तू बसा है

तूने  सब  रचा  है 

दे अंतर से सुनाई 

वो गान तुम हो 

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो

[music break]

मेरे ह्रदय की आस  तुम हो

चिर अचल विश्वास तुम हो

जो पथ कंटक हर रहा है 

वो कृपा  

वरदान तुम हो,

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।


[verse  3]

आशा जहाँ जगी है

हर पल तू वहीं है

जो मन है  गुन गुनाये 

वो राग तुम हो

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो

[music break]

मेरे हृदय का फाग तुम हो 

चित का स्वर अनुराग तुम हो 

जो मन की पीड़ा मिटा दे 

वो मधुर 

मुस्कान  तुम हो

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो


[music break]


[music change]


राम तुम हो, प्राण तुम हो,

अन्तः मन की तान तुम हो।

जो समय से भी परे है 

वो सृजन 

वेदांत तुम हो,

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।


[song Closing ]

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।

हो आस पास ही तुम यहीं 

मेरे मन को ये यकीं है 

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।

तुम हो प्रकृति की छँटा 

सब धूप छाँव  तुम हो 

मेरी दुनिया राम तुम हो,

मन मंदिर धाम तुम हो।


~Rahul

Wednesday, April 9, 2025

Socho

 

सोचो कि ऊपर 

न कोई जन्नत

सोचो कि  नीचे

न ही कोई दोजख 

ऊपर जो देखें 

 बस देखें आसमां 

सोचो की सब ही

जियें बस आज में 


सोचो  कि दुनिया

ऐसी कि मुल्क ना 

आपस में रंजिश 

कोई भी जंग ना 

सब रहें प्यार  से

कोई आतंक ना 

सोचो की सब ही

जियें बस नाज़ में 


मत कहो सपना मेरा

पानी का एक बुलबुला 

सपने वाले और भी

मैं ही न केवल अकेला

एक दिन सपनों में मेरे

अपने सपने तुम भी पा लो 

बस  यही उम्मीद मेरी

सोचो कि घर है 

सारी ही दुनिया 


सोचो कि धन ना

न वैभव सम्पदा 

सोचो कि लालच, 

या धन की भूख ना 

मिल जुल रहें सब 

ऐसा हो इक जहाँ 

सोचो की सब हों 

सुकूं के साज़ में


मत कहो सपना मेरा

पानी का एक बुलबुला 

सपने वाले और भी

मैं ही न केवल अकेला

एक दिन सपनों में मेरे

अपने सपने तुम भी पा लो 

बस  यही उम्मीद मेरी

सोचो कि घर है 

सारी ही दुनिया 


सोचो  कि दुनिया

ऐसी कि मुल्क ना 

आपस में रंजिश 

कोई भी जंग ना 

रहें सब प्यार  से

कोई भी आतंक ना 

सोचो की सब ही

जियें बस नाज़ में 


मत कहो सपना मेरा

पानी का एक बुलबुला 

सपने वाले और भी

मैं ही न केवल अकेला

एक दिन सपनों में मेरे

अपने सपने तुम भी पा लो 

बस  यही उम्मीद मेरी

सोचो कि घर है 

सारी ही दुनिया 


सोचो कि घर है 

सारी ही दुनिया 

 

~Rahul

Sunday, April 6, 2025

Shree Ram Katha

 

युग युग से तेरा नाम अटल है

जग का सत्य तू सम्बल है 

पग पग पर पाली मर्यादा 

धर्म निभाया सबसे ज्यादा 

तेरे ही नाम से भौर खिले 

तेरे ही नाम से शाम 

सियावर ऐसे हैं प्रभु राम 

राम सिया राम सिया राम जय जय राम


युग युग से तेरी यश गाथा

देती जीवन की परिभाषा 

शिक्षा पाई गुरु वशिष्ठ से,

शांति आयी ताड़का वध से,

तेरे ही काम से धर्म चले 

है तू ही पूर्ण विराम

सियावर ऐसे हैं प्रभु राम,

राम सिया राम सिया राम जय जय राम।


शिव धनुष तोड़ स्वयंवर जीता 

राम को पायीं जानकी सीता 

मात-पिता की आज्ञा मानी,

राज छोड़ हुए वन गामी 

सीता खोज में दिन भर भटके 

धैर्य रखा हर शाम।

सियावर ऐसे हैं प्रभु  राम,

राम सिया राम सिया राम जय जय राम।


मिल सुगरीव से संधि रचाई,

रावण से लंका छुड़वाई 

राज विभीषण को दिलवाया,

कूटनीति का पाठ सिखाया 

की हनुमान ने भक्ति अपार,

चरणों में पाया विश्राम।

सियावर हैं पुरुषोत्तम राम,

राम सिया राम सिया राम जय जय राम।


राम सिया राम सिया राम जय जय राम।


~Rahul Rajput

मेरी दुनिया राम तुम हो

  [song opening] मेरी दुनिया राम तुम हो, मन मंदिर धाम तुम हो। मेरी दुनिया राम तुम हो, मन मंदिर धाम तुम हो। हो... सुनहरी भोर तुम  संदली सी शा...